केजे श्रीवत्सन, जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती। वसुंधरा राजे ने सोमवार को साध्वी ऋतंभरा द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का पाठ सुना। इस अवसर पर श्रीमती राजे ने कहा कि ईश्वर का स्मरण करने से जीवन में जो भी विघ्न आते हैं वे स्वतः ही दूर हो जाते हैं। इसलिए जब भी समय मिले भागवत कथा अवश्य सुनें और अपने बच्चों को भी सुनाएं। ताकि आने वाली पीढ़ियां वफादार और संस्कारी बन सकें।
मैं सभी से कहता हूं कि जब भी समय मिले भागवत कथा जरूर सुनें और अपने बच्चों को भी सुनाएं। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां वफादार और संस्कारी बन सकें।#श्रीमद्भगवदकथा pic.twitter.com/TNDPTfi9Qa
– वसुंधरा राजे (@ वसुंधराबीजेपी) 7 नवंबर 2022
उन्होंने कहा कि जब द्रौपदी ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए कृष्ण को याद किया, तो भगवान ने उनकी शर्म को बचाया। भगवान ने स्वयं कहा था कि मेरी शरण में आने वाले भक्तों की सहायता के लिए मैं सदैव तत्पर हूं। भागवत महापुराण भगवान श्रीकृष्ण का शास्त्र अवतार है, जिसके 18 हजार श्लोकों में अपने भक्तों पर भगवान की कृपा का विस्तृत वर्णन है। इस कथा को सुनने से न केवल मन की शुद्धि होती है, बल्कि हृदय में शांति भी स्थापित होती है और दुखों से मुक्ति मिलती है।
श्रीमती राजे ने कहा कि 24 साल पहले साध्वी ऋतंभरा ने वृंदावन में वात्सल्य गांव की स्थापना की थी. जहां बेसहारा बच्चों को मां और बेसहारा मांओं को बच्चों के साथ जोड़कर पारिवारिक जीवन जीने का मौका दिया जाता है. उनकी यह पहल बेसहारा लोगों के लिए मां की गोद की छाया बनती जा रही है।
उन्होंने कहा कि कथा सुनने से न केवल मन की शुद्धि होती है, बल्कि हृदय में शांति भी स्थापित होती है और दुखों से मुक्ति मिलती है।