श्याम सरन नेगी का निधन: स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का 106 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रहने वाले नेगी ने आगामी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 2 नवंबर को अपना डाक वोट डाला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक वोटिंग के दौरान भी श्याम सरन नेगी की तबीयत खराब थी. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जताया दुख
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, “स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता और किन्नौर के रहने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ।”
हिमाचल प्रदेश | स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी का आज सुबह उनके पैतृक स्थान कल्पा में निधन हो गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा उनका अंतिम संस्कार : डीसी किन्नौरी
– एएनआई (@ANI) 5 नवंबर 2022
किन्नौर के जिला कलेक्टर आबिद हुसैन ने कहा है कि जिला प्रशासन उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहा है. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने 2 नवंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 34वीं बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
जुलाई 1917 में जन्मे श्याम सरन नेगी ने 1951 में भारत के आम चुनाव में पहली बार और लोकसभा चुनाव में 16 बार मतदान किया। उन्होंने 1951 के ठीक बाद हर लोकसभा, विधानसभा और सभी स्थानीय निकायों में अपना वोट डाला। उन्हें 2014 में राज्य का चुनावी आइकन भी बनाया गया था।
वोटिंग के बाद करते थे ये अपील
मास्टर श्याम सरन नेगी हर बार मतदान के बाद अपील करते थे कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रत्येक नागरिक को मतदान करना चाहिए। उनका कहना था कि युवा मतदाताओं को अपना कर्तव्य समझकर मतदान करना चाहिए और देश को मजबूत बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 5,093 लोगों ने पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डाला. पोस्टल बैलेट द्वारा मतदान 1 नवंबर को शुरू हुआ और 11 नवंबर से पहले पूरा हो जाएगा।