ठाकुर भूपेंद्र सिंह, अहमदाबाद: गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा ने मंगलवार को ‘प्रजा विजय पक्ष’ नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी का शुभारंभ किया। उन्होंने पार्टी के पीछे की मंशा बताते हुए कहा कि लोहा ही लोहे को काट सकता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के 27 साल के हिंदुत्व शासन को खत्म करने के लिए गुजरात में सिर्फ एक और हिंदुत्व पार्टी की जरूरत है.
बीजेपी के हिंदुत्व एजेंडे को बढ़ावा देने, बिलकिस बानो के आरोपियों की रिहाई, मोरबी पुल दुर्घटना, नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पार्टी में टिकट जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने अपनी पार्टी के माध्यम से News24 के साथ खुलकर बात की.
कहा- अगर एक ही पार्टी सत्ता में रहती है तो…
वंजारा ने कहा कि गुजरात का गठन 1960 में हुआ था। उसके बाद कांग्रेस का शासन था। अब 27 साल से सिर्फ एक पार्टी का ही राज है। अगर एक ही पार्टी लंबे समय तक सत्ता में रहती है, तो सत्ता भ्रष्ट हो जाती है। पहले यह स्थिति कांग्रेस के समय में बनी थी और अब यह स्थिति भाजपा के लिए लागू है।
उन्होंने कहा कि जैसे विदेशों में है वैसे ही राज्य में दो ही पार्टियां हैं, जिन्हें बारी-बारी से सत्ता का लुत्फ उठाना चाहिए. एक पार्टी को 2 साल या 5 साल तक सत्ता में रहना चाहिए और उसके बाद सत्ता परिवर्तन होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो कई बुराइयां पैदा होती हैं, जो इस समय गुजरात में है, इसलिए हम गुजरात में प्रजा विजय पक्ष लाए हैं।
कहा- हम जहां खड़े होते हैं, वहीं से लाइन शुरू हो जाती है
डीजी वंजारा ने कहा कि अब लोगों की मानसिकता को देखते हुए वह सत्ता में मौजूद हिंदुत्व पक्ष के सामने एक और हिंदुत्व पक्ष को जगह देना चाहते हैं क्योंकि हिंदुत्व पक्ष की जगह कोई दूसरा हिंदुत्व पक्ष ही ले सकता है. उन्होंने कहा कि डीजी बंजारा टिकट के लिए किसी भी लाइन में खड़े होने वालों में से नहीं हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है जहां से वे खड़े होते हैं.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और बीजेपी में अंतर है. भाजपा हिंदुत्व पक्ष होने के बावजूद सत्ता के इर्द-गिर्द रहना चाहती है जबकि प्रजा विजय पक्ष धर्म शक्ति के साथ-साथ राज्य की सत्ता में रहना चाहता है। उन्होंने कहा कि धर्म के साथ राज्य सत्ता होनी चाहिए। इसी विचारधारा के साथ प्रजा विजय पक्ष चुनाव मैदान में आ गया है जो गुजरात की कुल 182 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.