पुस्तक समीक्षा शेरबती जिंदगी: मार्गेश राय (मार्गदर्शन) के रोमनों में साहित्य बसा हुआ है। मार्गेश ने अपने तीसरे काव्य संग्रह ‘शरबती जिंदगी’ के माध्यम से साबित कर दिया है कि उनमें हिन्दी साहित्य की विरासत को आगे बढ़ाने की ताकत है।
‘शरबती जिंदगी’ में कवि ने जीवन के अलग-अलग रंगों को बेहद अनोखे और रचनात्मक तरीके से पेश किया है। इस पुस्तक में कुछ अविस्मरणीय कविताएं भी हैं, जिन्हें आप कभी नहीं भूल पाएंगे और इन्हें पढ़कर आप लेखक की इस अद्भुत कृति के कायल हो जाएंगे। लेखक की कुछ बेहतरीन कविताओं में यादों की लालटेन, जीने दो ना, मेरे आने की खबर, बंद करने में जिस्म बिक बीका है, मेरे मौत की अफवाह, सियासत बनी ग्राहक, हिंदी – राष्ट्ररोश की परिचायका और मेरा सनम आया है। जमानत।
अगर हम शरबती जिंदगी की तुलना मार्गेश राय (गाइडेंस) की पिछली किताब खुशबू स्प्रेडिंग पाथडांडियां से करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि कवियों ने काफी लंबा सफर तय किया है और भाषा पर उन्होंने जो मेहनत की है वह काबिले तारीफ है। युवा साहित्यकार की तीसरी किताब शरबती जिंदगी है।
इससे पहले मार्गेश ने अमेजॉन पर खुशबू बिखेरती पगडंडियां और पोएट्री- ए गारलैंड ऑफ वर्ड्स जैसी बेस्ट सेलिंग किताबों से खुद को साबित किया है। मार्गेश मानव मन में उत्पन्न होने वाली भावनाओं को व्यक्त करने में सक्षम हैं। मार्गेश राय (मार्गदर्शन) को काव्य जगत में जोरदार वापसी माना जा सकता है और कविता का यह संग्रह कवि मार्गेश के करियर में मील का पत्थर साबित होगा।
किसी भी कवि के सामने सबसे बड़ी चुनौती कुछ ऐसा लिखना या कहना होता है जो पहले न लिखा या कहा गया हो। नवीनता, नवीन शिल्प का प्रयोग, उत्कृष्ट सृजनात्मक शैली और उच्च कोटि की रचनाएँ किसी भी कवि को काव्य जगत में महान बनाती हैं। यदि आप राष्ट्र की समृद्धि के बारे में जानना चाहते हैं, तो उस राष्ट्र का साहित्य पढ़ें। जिस राष्ट्र का साहित्य जितना समृद्ध होता है, वह राष्ट्र उतना ही समृद्ध और शक्तिशाली माना जाता है। समृद्ध साहित्य और शक्तिशाली रचनाएं ही समृद्ध और मजबूत राष्ट्र का निर्माण करती हैं।
किताब- शरबती जिंदगी (कविता संग्रह)
रचनाकार- मार्गेश राय (निदेशक)
प्रकाशक- एविंसपब पब्लिशिंग, बिलासपुर
मूल्य- 500 रुपये।