बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में लंबे समय के बाद नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी सक्रियता दिखाई है. यहां मरदूम थाना क्षेत्र के मारीकोडर में गुरुवार तड़के एक कांस्टेबल की मौत हो गयी. मृतक आरक्षक नवारू बेंजाम रेखा घाटी स्थित एसएफ कैंप में तैनात था।
इस वजह से कांस्टेबल को बनाया निशाना
आरक्षक टुंडर का रहने वाला था, स्थानीय होने के कारण सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियानों में मदद करता था। यही वजह है कि लंबे समय से आरक्षक नक्सलियों के निशाने पर था।
मृतक एक गुप्त सैनिक था
जानकारी के मुताबिक गुरुवार तड़के करीब साढ़े चार बजे नक्सलियों ने आरक्षक पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने मौके से एके 47 के 5 खाली बैरल बरामद किए हैं। एसपी जितेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि आरक्षक मारीकोडर में आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. मृतक आरक्षक पुलिस में सीक्रेट सिपाही के पद पर भर्ती था।
साल 2008 में नक्सलियों ने कांस्टेबल के पिता बोमदा बेंजम की गला रेत कर हत्या कर दी थी. लोहंडीगुड़ा थाने में शहीद आरक्षक को अंतिम सलामी दी गई। इस मौके पर स्थानीय विधायक राजमन बेंजाम और पूर्व विधायक लच्छू राम कश्यप ने शहीद आरक्षक के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने शहीदों के परिवारों से भी मुलाकात की.