भूकंप समाचार: राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में रविवार सुबह करीब 8:33 बजे 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। आज सुबह उत्तराखंड के उत्तरकाशी में आए भूकंप ने नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की पुष्टि की।
भूकंप के झटके के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। उत्तराखंड में देहरादून, मसूरी से लेकर उत्तरकाशी तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। कहीं से किसी नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के चिन्यालीसौंद से 35 किमी दूर बताया जा रहा है।
टिहरी, उत्तराखंड में आज सुबह 8:33 बजे (IST) रिक्टर स्केल पर 4.5 की तीव्रता वाला भूकंप आया: नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) pic.twitter.com/qCjZJKTrBc
– एएनआई (@ANI) 6 नवंबर 2022
बता दें कि उत्तरकाशी जिला भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यह जिला भूकंप जोन 5 में आता है। उत्तरकाशी के अलावा चमोली, रुद्रप्रयाग, कुमाऊं का कपकोट, धारचूला, मुनस्यारी भूकंप की सबसे ज्यादा चपेट में हैं।
पिछले महीने भी झटके महसूस किए गए थे
आपको बता दें कि पिछले महीने अक्टूबर में भी उत्तराखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 8 अक्टूबर 2022 को पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी क्षेत्र में 3.9 की तीव्रता और 10 किमी की गहराई के साथ भूकंप आया। वहीं, 2 अक्टूबर 2022 को उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 2.5 रिक्टर थी।
परिमाण का भूकंप: 4.5, 06-11-2022, 08:33:03 IST, अक्षांश: 30.67 और लंबा: 78.60, गहराई: 5 किमी, स्थान: 17 किमी ईएसई, उत्तरकाशी, उत्तराखंड, भारत के बारे में अधिक जानकारी के लिए भूकैम्प डाउनलोड करें ऐप https://t.co/yKe188oYKK@Indiametdept @ndmaindia pic.twitter.com/fVmaobLVlM
– नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (@NCS_Earthquake) 6 नवंबर 2022
कितनी तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक
0 से 1.9 – सिस्मोग्राफी से ही पता चलेगा।
2 से 2.9- हल्के झटके महसूस होते हैं।
3 से 3.9- यदि कोई तेज रफ्तार वाहन आपके पास से गुजरता है तो इसका ऐसा प्रभाव पड़ता है।
4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती हैं। दीवारों पर लटकी चीजें गिर जाती हैं।
5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं।
6 से 6.9- कच्चे मकान व मकान गिरते हैं। घरों में दरारें आ गई हैं।
7 से 7.9- भवनों और घरों को नुकसान होता है। इतनी तीव्रता का भूकंप 2001 में गुजरात के भुज में और 2015 में नेपाल में आया था।
8 से 8.9 – बड़ी इमारतें और पुल ढह जाते हैं।
9 और ऊपर – सबसे अधिक तबाही। यदि कोई खेत में खड़ा है तो वह भी पृथ्वी को हिलते हुए देखेगा। जापान में 2011 की सुनामी की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 9.1 मापी गई।