बीबीसी वृत्तचित्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी एक विवादित डॉक्यूमेंट्री इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. इस डॉक्यूमेंट्री को ब्रिटिश मीडिया कंपनी बीबीसी ने बनाया है और अब इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस विवादित डॉक्यूमेंट्री के प्रचार-प्रसार पर रोक लगा दी, लेकिन इसे दुनिया के कई देशों में दिखाया गया. ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मूल के लोगों में काफी गुस्सा है। अब तक इस डॉक्यूमेंट्री का पहला भाग रिलीज हो चुका है और दूसरा भाग 24 जनवरी को रिलीज होगा.
ब्रिटेन के लोगों में भारी रोष
ब्रिटेन में इस डॉक्यूमेंट्री का हिंसक विरोध शुरू हो गया है। ब्रिटेन में रहने वाले बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों ने इसे लेकर ऑनलाइन याचिकाएं दायर की हैं। भारतीय समुदाय ने बीबीसी के संपादकों को एक पत्र लिखकर डॉक्यूमेंट्री के प्रति अपना विरोध व्यक्त किया है। लोगों की मानें तो बीबीसी एक एजेंडे के तहत भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है.
ब्रिटेन के लोगों ने कहा कि हमारा देश वैश्विक मंदी की चपेट में है, अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। तब ऋषि सुनक ने इन समस्याओं से निपटने के लिए कई ठोस कदम उठाए। हालात अब सामान्य हो रहे हैं। ऋषि के आने के बाद भारत और ब्रिटेन के रिश्ते और मजबूत हुए हैं. लोगों को यह बात पसंद नहीं आ रही है. यही कारण है कि हिंदू और अन्य भारत विरोधी ताकतें ऋषि सुनक की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा- यह एक प्रोपगेंडा का हिस्सा है
बीबीसी की ओर से जारी डॉक्यूमेंट्री को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमें लगता है कि यह एक प्रोपगेंडा का हिस्सा है. इसकी कोई वस्तुनिष्ठता नहीं है। उन्होंने इसे पक्षपाती बताते हुए कहा कि ध्यान दीजिए कि भारत में इसकी स्क्रीनिंग नहीं हुई है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमें लगता है कि यह एक प्रचार सामग्री है, जिसे किसी खास कहानी को आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। इसमें पक्षपात, वस्तुनिष्ठता की कमी और औपनिवेशिक मानसिकता साफ नजर आती है।
ऋषि सुनक ने अपने समकक्ष का बचाव किया
गुरुवार को पाकिस्तानी मूल के एक सांसद ने ब्रिटेन की संसद में इस मुद्दे को उठाया। इसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस चरित्र चित्रण से सहमत नहीं हैं. सुनक ने कहा कि इस मुद्दे पर ब्रिटेन सरकार का रुख स्पष्ट और पुराना है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
बीबीसी की सफाई आई सामने
बीबीसी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी अपनी विवादित डॉक्यूमेंट्री का बचाव किया। बीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह एक अच्छी तरह से शोधित वृत्तचित्र है जो महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करने की कोशिश करता है। प्रवक्ता ने कहा कि उच्चतम संपादकीय मानकों के अनुसार वृत्तचित्र का गहन शोध किया गया था।