नई दिल्ली: जयपुर में हो रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ 2023) में बॉयकॉट बॉलीवुड ट्रेंड को लेकर सवाल उठे हैं। गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर से भी ऐसा ही सवाल किया गया था। अख्तर ने इस सवाल के जवाब में कहा- लेखकों को हॉलीवुड का बहिष्कार नहीं करना चाहिए, उन्हें बस लिखते रहना चाहिए। इसमें से कुछ भी नहीं होना है। हमारे देश में हम फिल्मों से प्यार करते हैं। अख्तर ने आगे कहा- हमारे डीएनए में एक कहानी है। कहानी सुनाना और कहानी सुनाना हमारे डीएनए में है। हमारी कहानियों में हमेशा गाने होते थे। आप हिंदी या भारतीय फिल्मों का सम्मान करते हैं।
#घड़ी | …भारतीय सिनेमा दुनिया में सबसे मजबूत सद्भावना दूतों में से एक है। हॉलीवुड की तुलना में हमारे सितारों ने बेहतर पहचान बनाई। अगर आप जर्मनी जाते हैं और कहते हैं, “मैं एक भारतीय हूं”, तो आपसे पूछा जाएगा, “आप शाहरुख को जानते हैं?” हम भारत की एक बड़ी सॉफ्ट पावर हैं और इसे संरक्षित किया जाना चाहिए: जावेद अख्तर pic.twitter.com/HvpQpeAiPy
– एएनआई (@ANI) जनवरी 20, 2023
इसकी रक्षा की जानी चाहिए
अख्तर ने आगे कहा- हमारी औसत फिल्म 135 देशों में रिलीज होती है। भारतीय सिनेमा दुनिया में सबसे मजबूत सद्भावना दूतों में से एक है। अगर हेड काउंट किया जाए तो हॉलीवुड से ज्यादा हमारे स्टार्स की दुनिया में पहचान है। हां, ये अलग बात है कि वो अमीर देश हैं और उनका बजट ज्यादा है, लेकिन हमारे स्टार्स की पहचान ज्यादा है। आज आप मिस्र या जर्मनी जाएं और कहें कि मैं भारतीय हूं तो वे आपसे पूछेंगे- क्या आप शाहरुख खान को जानते हैं? हमारी फिल्में और लोग दुनिया में देश के लिए कितनी सद्भावना फैला रहे हैं। हम भारत की बड़ी सॉफ्ट पावर हैं और इसकी रक्षा की जानी चाहिए।