पंचक नवंबर 2022: सनातन धर्म में ज्योतिष की परंपराओं के अनुसार पंचकों को अशुभ माना जाता है. पंचक काल में शुभ कार्य करने का स्पष्ट निषेध है। इस दौरान सिर्फ जरूरी काम करने की इजाजत दी गई है। उसमें भी कुछ नियमों का ध्यान रखना होता है ताकि पंचक के अशुभ प्रभावों से बचा जा सके।
पंचक क्या है?
दरअसल, जब चंद्रमा कुम्भ और मीन राशि में होता है तो उस समय अवधि को पंचक कहा जाता है। मान्यता है कि पंचकों में कोई भी कार्य किया जाए तो वह बार-बार होता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी घर में पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है, तो उस व्यक्ति के अंतिम संस्कार के समय 5 नारियल भी प्रतीकात्मक रूप से रखे जाते हैं। ऐसा करने के पीछे यह मान्यता है कि अब परिवार के अन्य सदस्यों पर कोई विपत्ति नहीं आएगी और सभी सुरक्षित रहेंगे।
नवंबर के महीने में पंचक कब है (पंचक नवंबर 2022)
इस बार नवंबर माह में दो बार पंचक योग बना है। पहली बार पंचक 2 नवंबर (बुधवार) को शुरू हुआ जो 7 नवंबर (सोमवार) को समाप्त हुआ। दूसरा पंचक 29 नवंबर (मंगलवार) से शुरू होकर 4 दिसंबर (रविवार) को समाप्त होगा। मंगलवार से शुरू होने के कारण इस पंचक को अग्नि पंचक भी कहा जाता है।
पंचक में नहीं करना चाहिए ये शुभ कार्य
आमतौर पर पंचक काल में कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से असफलता और दुख की प्राप्ति होती है। बहुत जरूरी हो तो किसी विद्वान ज्योतिषी से पूछकर ही काम शुरू करें।
पंचक में ये काम करना होगा फायदेमंद
पंचक हमेशा अशुभ भी नहीं होते हैं। यदि पंचक में दान-पुण्य और मंत्रों का जाप किया जाए तो उनका फल कई गुना बढ़ जाता है। कई पंडित पंचक काल में ही श्राद्ध, तर्पण और अन्य अनुष्ठान बताते हैं ताकि कुंडली में शनि, राहु और केतु के प्रतिकूल प्रभाव को समाप्त कर अनुकूल बनाया जा सके।
अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के उद्देश्य से दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।