चंद्र ग्रहण 2022: भारतीय ज्योतिष परंपरा में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को अत्यधिक अशुभ माना जाता है। इस संबंध में विद्वानों का स्पष्ट कहना है कि ग्रहण काल का सबसे बुरा प्रभाव गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है। इस लेख में आप कुछ ऐसी ज्योतिषीय मान्यताओं के बारे में जानेंगे जो ज्योतिष के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
चंद्र ग्रहण 2022: ग्रहण काल में न करें ये 3 काम
- गर्भवती महिलाओं पर ग्रहण का बहुत ही अशुभ प्रभाव पड़ता है। मान्यता है कि ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं जाना चाहिए। साथ ही उन्हें इस समय अपने हाथों में कैंची, चाकू, नेल कटर आदि नुकीली चीजें नहीं रखनी चाहिए, अन्यथा भ्रूण को नुकसान हो सकता है।
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- चंद्र ग्रहण के दौरान सिर्फ गर्भवती महिलाएं ही नहीं बल्कि सभी को खाना खाने से बचना चाहिए। खासतौर पर पका हुआ खाना बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से शरीर पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है और व्यक्ति में नकारात्मक विचार आने लगते हैं। अगर आपको इस समय भूख लगती है तो फल और लिक्विड डाइट ले सकते हैं।
- कहा जाता है कि ग्रहण काल में भ्रूण बहुत संवेदनशील हो जाता है। अगर उस समय गर्भवती महिलाएं अपने मन में गुस्सा, चिंता या किसी अन्य तरह के नकारात्मक विचार लेकर आती हैं तो इसका सीधा असर भ्रूण के शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ता है। इसलिए ऐसे समय में किसी भी तरह की नकारात्मक बातों से दूर रहें और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।